www.hamarivani.comwww.hamarivani.com">

Sunday, May 30, 2010

किसानो की स्थिति बदतर हो रही है

भारत में किसान को धरतिपूत्र कहा जाता है किसान की मेहनत से ही देश में अनाज पैदा होता है   .लेकिन आम आदमी यह नही जानता   इस देश में कितने किसान हर साल आत्महत्या कर रहे हैं. पिछले बारह सालों में दो  लाख किसानो ने आत्महत्या की .राष्ट्रीय अपराध लेखा ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार  १९९७ से अब तक १,९९,१३२किसानों आत्महत्या कर चुके है .सन 2008 में 16,196 किसानों ने  . पत्रकार पी साईनाथ  ‘द हिंदू’ में प्रकाशित अपने लेख में  खुलासा करते  है कि 2008 में 5  राज्यों-महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा 10,797 किसान  आत्महत्या कर चुके है  ।२००८   में देश भर से जिन 16,196 किसानों ने आत्महत्याएं की हैं, उसका 66.7 प्रतिशत हिस्सा इन राज्यों से है . इसमें  महाराष्ट्र सबसे आगे है, महाराष्ट्रा में  3,802 किसान मोत को गला लगा चुके है हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा उन्नीस सो सतानवे  से अब तक ४१,४०१ किसानों ने आत्महत्याए कर चुके है .

यह हालात भारत के उस आदमी के है जिसे धरती पुत्र कहा गया है . किसान जो देश के लिये अन्न पैदा करता  है वह आज आत्महत्या करने को मजबूर  है . आजादी के ६३ साल पश्चात हम आज भी गरीबी , भुखमरी से लड़ रहे है .यह देश की अंदरूनी हकीकत है जो शर्मनाक भी है और दर्दनाक भी .परन्तु इस हालात प़र किसकी नजर है मीडिया की भारत सरकार की . नही किसी की भी नही है क्या मीडिया भारत की जनता को किसानो का दर्द दिखा रहा है . सरकारों के क्या कहने सरकार का ध्यान आम आदमी प़र होता तो स्थिति यह कतई  नही होती .



.

No comments:

Post a Comment

kya bharat me deshbhakto ki kami hai

Followers

Blog Archive

About Me

My photo
एक २२ साल का युवा जिसे देशभक्ति की सोच हासिल है तभी आर्मी ज्वाइन करने की चाह जगी लेकिन फिजिकल में असफल होने के बाद वापस पढ़ रहा है और अब एक नई सोच नेवी ज्वाइन करने की शोक लिखना ,पढना और सोच की गह्रइयो में ख़ुद को झोककर मोती निकाल लाना और इसमें सफल होने की चाह